अब्दुल गफ्फार खान:-
श्री राम जन्म भूमि आंदोलन के समय जब पूरा देश सांप्रदायिक गुटों में बट गया था तब एक मात्र मुस्लिम कवि थे ,जो राम मंदिर के समर्थन आंदोलन की अलक पुरे देश में जगा रहे थे।
ये एक ऐसे व्यक्ति है जिसने एक मुस्लिम होने के बावजूद भी गौ हत्या पे सवाल उठाया है
अब्दुल गफ्फार एक कवि है
सर अब्दुल गफ्फार जी ने गौ कतल खानो पे रोक लगाने की भी आवाज उठाते है , गौ माता पे कई सरे कविताऐ लिख चुके है अभी लिखते है आज भी लिखते है, देश के ऊपर लिखते है श्री राम के ऊपर भी लिखते।
आज देश का मुस्लिम विरोध करते है उनके बारे में तो हर कोइ चर्चा करेगा , लेकिन कवि अब्दुल गफ्फार के बारे में बोहोत कम चर्चा सुन ने को मिलेगी ,खान साब एक ऐसा एकेले व्यक्ति है एक मुस्लिम होने बाद भी वो राम मंदिर के समर्थन में खड़े हुए जिसके कारण उन्हें उनके समुदाय लोग बारे भला भी कहते है ,लेकिन उन्हें क्या पता खान साहब एक हिन्दुस्तानी होने के नाते और एक सच्चे इंसान होने के नाते वो सच का साथ दे रहे है , और यही बाते बाकि लोगो को बुरी लगती है।
श्री राम जन्म भूमि आंदोलन के समय जब पूरा देश सांप्रदायिक गुटों में बट गया था तब एक मात्र मुस्लिम कवि थे ,जो राम मंदिर के समर्थन आंदोलन की अलक पुरे देश में जगा रहे थे।
ये एक ऐसे व्यक्ति है जिसने एक मुस्लिम होने के बावजूद भी गौ हत्या पे सवाल उठाया है
अब्दुल गफ्फार एक कवि है
सर अब्दुल गफ्फार जी ने गौ कतल खानो पे रोक लगाने की भी आवाज उठाते है , गौ माता पे कई सरे कविताऐ लिख चुके है अभी लिखते है आज भी लिखते है, देश के ऊपर लिखते है श्री राम के ऊपर भी लिखते।
आज देश का मुस्लिम विरोध करते है उनके बारे में तो हर कोइ चर्चा करेगा , लेकिन कवि अब्दुल गफ्फार के बारे में बोहोत कम चर्चा सुन ने को मिलेगी ,खान साब एक ऐसा एकेले व्यक्ति है एक मुस्लिम होने बाद भी वो राम मंदिर के समर्थन में खड़े हुए जिसके कारण उन्हें उनके समुदाय लोग बारे भला भी कहते है ,लेकिन उन्हें क्या पता खान साहब एक हिन्दुस्तानी होने के नाते और एक सच्चे इंसान होने के नाते वो सच का साथ दे रहे है , और यही बाते बाकि लोगो को बुरी लगती है।
गौ रक्षक है कवि अब्दुल गफ्फार खान साहब
कवि अब्दुल गफार साहब एक गौ रक्षक है , सायद ऐसा बहुत काम हे देखा होगा कोई इंसान एक मुसलमान होकर गौ हत्या पर सवाल उठाये , हमारे खान साहब गायो के साथ हो रहे दुस्ट ब्यवहार वह गौ हत्याओं के खिलाफ आवाज उठाया करते है गौ को अपने मात सामान मानते है गौ संस्थाको के साथ खड़े रहते है।
खान साहब के कविताये में देश के प्रति प्यार उमड़ आती है
खान साहब के कविताओं में आपको देश के प्रति प्यार देखने को मिलेगा ,उनके बोल वह उच्चारण आपका मन मोह लेंगे, आपके दिल में देशभक्ति का जोश भर आएगा। कवि सम्मेलनों में बैठे लोग उठने पे मजबूर हो जाते है इनके बोल सुनकर।
YOUTUBE पर आपको खान साहब के वीडियो मिल जायेंगे जरूर देखे लेकिन इसके अलावा कभी किसी अभिनेता या किसी नेता के मुह से कवी अब्दुल गफ्फार के बारे में नहीं सुना गया क्युकी ,अक्सर बड़े नेता या अभिनेता को देश को आग लगाने वाले या तोड़ने वाले लोगो के तारीफ या चर्चा करते सुनाई दे जाते है लेकिन अब्दुल गफ्फार जैसे देश भक्त के बारे में कोई चर्चा नहीं करता।
कवि अब्दुल गफ्फार साहब के कविताये एक बार जरूर सुन ना चाहिए एक मात्रा ऐसे कवी है जो जिन्होंने गौ के प्रति जागरूकता का सन्देश देते है सिखाते है ,राम मंदिर पे सवाल करने वाले लोगो के मुँह अपने कविता से हे बंद हो जाये ऐसा होते है इनके कविताओं में ताकत है।
सिर्फ गाये नहीं हमें एक इंसान होने के नाते हमें हर जिव के दर्द वह जरूरत को समझना चाहिए क्युकी ये बेजुबान हम इंसानो पे हे निरभर होते। हमें इंसानो के साथ साथ इन जीवो को भी साथ लेकर चलना होगा तभी हम पर्यावरण का संरक्षण सही तरीके से कर पाएंगे , धरती पे जन्मा हर जिव पर्यावरण के लिए बोहोत जरूरी है। धन्य वाद,
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