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बारिश की बूंदे

बारिश की बूंदे   

बचपन में जब कभी बारिश आती  अपने अपने घरो में बैठ  कर चाय पकोड़े खाना  किसे  पसंद नहीं आता। 
और जब बारिश ख़तम हो  हम अपने गार्डन में बने उन मिटटी के गड्ढे के पानी में ही पेपर के नाव  बना के 
छोड़ते , जब थोड़े बड़े हुए तब बारिश में एक नाया शौक मिला फुटबॉल खेलना अपने दोस्तों के साथ ,मस्ती करना। 
मानसून की एक अलग ही बात होती है स्पशलिटी बन गयी चाय का तो फीलिंग्स ही मनो दो गुना हो जाता है बारिश के दिनों में साहे आप घर पर हो या ऑफिस पर या फिर कही बहार बारिश के टाइम पर कभी न कभी तो आपने जरूर उन रिम -जिम-रिम-जिम बारिश के बूंदो के साथ एक कप चाय तो जरूर पिया  होगी।
लेकिन क्या आप और हमने कभी भी यह सोचा है की अगर ये बारिश कभी इस धरती पर आयी ही नहीं तो क्या होगा?आप मे से कई लोगो के माइंड में कभी न कभी इस प्रशन ने जरूर दस्तक दिया होगा। क्या होगा अगर हमारे प्यारे धरती पर कभी बारिश नहीं हुई तो?धरती भी सोलर सिस्टम के दूसरे ही प्लैनेट्स की तरह हो जायेगा जिन में से "शुक्र"प्लेनेट की आज जैसी दशा है ठीक वैसे ही दशा हमारे धरती की भी हो जाएगी। यह अलग बात है की ऐसा होने  में बहुत सालो का टाइम लग जायेगा लेकिन अगर धरती पर भी CO2 की मात्रा बढ़ती रही तो। "शुक्र "प्लेनेट पर CO2 की मात्रा भरपूर रूप से पाई जाने के कारण ही वहा बारिश नहीं हो सकती या वहाँ पानी का गठन ही नहीं हो सकता। धरती पर भी CO2  की मात्रा दिन प्रति दिन बढ़ाता जा रहा है। हम में से कई लोग CO2 की मात्रा को काम करने की कोशिस भी कर रहे है। लेकिन सिर्फ मुठी भर लोगो से यह मुमकिन नहीं की हम इतने बारे प्लेनेट  की CO2 को कम कर पाए और यहाँ की eco -system को बरक़रार रख पाए। आज धरती पर अगर पानी है तो हम इंसान जिन्दा है। हमे लगता है की पानी के कम 
हो जाने से हमें इतनी मुसीबतो का सामना थोड़ी ही करना पड़ेगा लेकिन प्रकृती के एक सिज़ के साथ जब चेर चार होती है तो उसका परिणाम पूरी eco -system पर परता है। हमें यह नहीं भूलना  नहीं चाहिए  की ऑक्सीज़न के ठीक बाद की सबसे जरुरी सिज़ है "पानी" ,बिना पानी के हम सिर्फ कुछ दिन जिन्दा रह सकते है जो उंगलिओ पर गिना जा सकता है।
     
बारिश पुरे एनवायरनमेंट सर्किल का एक बहुत बड़ा हिस्शा है जो की हम इंसानो की बजह से धीरे धीरे ख़तम होता जा  रहा है।  अगर ये बारिश इसी तरह से  कई कई महीनो तक नहीं आयी तप हमारा eco -systemहिल जायेगा।  ऐसा भी हो सकता है बोहोत दिनो तक बारिश न होने के कारन मनुष्यो  का अस्तित्वा ही मिट जाये। जब इस धरती पर कोई बच पायेगा और न हे हमारे धरती को बचाया जा सकेगा क्युकी तब तक बहुत देर हो चुकी होगी ,इस लिए इस planet नियमित रूप से बारिश का होना ही eco system के हित में है और जो eco system सिस्टम के हित में है वही हमारे लिए हितदायी है।
शुरुआत हमे अभी से हे करना होगा अभी भी समय है की हम आज से हे बारिश की बूंदो की कदर करते हुए पानी का सही सही से इस्तेमाल करे बिन किसी उपयोग के यही बर्बाद न होने दे और अधिक से अधिक वृक्ष रोपण करे. ताकि हमारे आने वाली पीडी भी बारिश  का आनंद ले पाए जैसे हम बचपन से आनंद लिया करते थे।
    

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