Skip to main content

ONE YEAR OF PULWAMA ATTAK ON VALENTINES DAY

salute indian army respect them
  • PULWAMA ATTAK ON VALENTINES DAY

 क्या आपको याद है , ज्यादा से ज्यादा लोग और देश के युवा यही सोच रहे होंगे की वैलेंटाइन्स डे कैसे मनाये 
कुछ लोग अपने अपने स्टेटस पोस्ट इसलिए शेयर करेंगे क्युकी वो लोग वैलेंटाइन्स डे के दिन घूम नहीं पाए या वो अकेले है  प्लान करेंगे की घूमने के लिए कहा जाये ,लेकिन क्या किसी को भी ये याद है की वैलेंटाइन्स डे के दिन हे पुवामा अटैक हुआ था जिसमे हमारे ४२ जवान सहीद हुए थे।  क्या उन जवानो  में से किसि एक भी जवान का नाम आपको याद है एक भी नाम अगर याद है तो कमेंट में लिखे जरूर ,कितनो को याद है इससे  पता चलेगा आप अपने देश के बारे में देश आर्मी के  बारे में जरा सा भी सोचते है या नहीं। 

 हमे अपने हक़ से जीने की आज़ादी सिर्फ इसलिए मिल रही है क्युकी हमारे देश के फौजी भाई अपने जीवन को दाव  पे  लगा के सरहद पे खड़े है। 

हम आज  अपने अपने इच्छाओ को पूरा कर सकते सिर्फ इसलिए क्युकी कोई हमारे लिए खुद की इच्छाए मार कर देश के हर एक एक व्यक्ति की और उनके इच्छाओ की सुरक्षा कर रहे  है। 

हम उन्हें भूल कर अपने खुसियो में मस्त है।  वो देश के फौजी है बॉर्डर पर खड़े है हमारे लिए क्या हमारा इतना हक़ नहीं बनता की हम उन्हें ज़रा सा सम्मान दे सके। 

हम कैसे भूल जाये की वैलेंटाइन्स के दिन ही हमारे देश के जवान सहीद हुए थे ये भूल के क्या हमारा वैलेंटाइन्स डे मानना सही होगा, १४ फरवरी २०२० पुरे एक साल हो चुके है उन ४२ जवानो का दिन उन्हें सम्मान मिलना चाहिए या ये सब भूल कर वैलेंटाइन्स डे मानना चाहिए।  



Comments

Popular posts from this blog

ABOUT THE BEAUTIFUL STATE ASSAM

  ASSAM District numbers of Assam Introduction Assam covers an area of 30,285 sq mi (78,440 km2). The state is bordered by Bhutan and Arunachal Pradesh to the north; Meghalaya, Tripura, Mizoram, and Bangladesh to the south; Nagaland and Manipur to the east; and West Bengal to the west via the Siliguri Corridor, a 22 kilometres strip of land which connects the state to the rest of India. Location Assam lies at the centre of the seven states of North East India. The state primarily comprises of two valleys the Brahmaputra and Barak named the dominant rivers. Capital Dispur is the capital of the state of Assam. It is a locality of Guwahati and it became the capital of Assam in 1973. Languages Assamese is the major language spoken by the people of Assamese. Bodo is another important language. In the Barak valley region, Bengali is spoken by the majority. Tribes like Dimasa, Mishing, Karbi, Rabha, Tiwa, etc. speak their own dialects. Climate With the tropical monsoon cli

कोरोना वायरस (CORONAVIRUS)के लक्षण कही आप को तो नहीं है ?

corona virus   कोरोना वायरस (CORONAVIRUS)के लक्षण  कही आप को तो नहीं है ? जाने क्या है जिसके लक्षण : कई  सहरो में तहलका  मचा रहा यह वायरस को लेकर अब  भी सतर्कता बढ़ती जा रही है।  देश की राजधानी दिल्ली समेत मुंबई ,चेन्नई ,बेंगलुरु ,हैदराबाद और कोलकत्ता हवाई अड्डों पर स्पेशल थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था की गयी है ,चीन और हॉंकॉंग से आए यात्रियों की थर्मल जांच की जाएगी। virus  कहा से सुरु हुआ ये कोरोना वायरस।  इंटरनेशनल मीडिया रिपोर्ट के मुताबित 2019 के दिसम्बर महीने चीन के  बुहान  सहर के नॉनवेज मार्केट  से कोरोना वायरस पैदा हुआ आकलन के मुताबित यहाँ बेचे जा रहे जंगली जानवरो के शरीर में ये वायरस था जो नॉनवेज खाने वालो तक बोहोच गया , वही शुरुआती रिसर्च में मना गया की ये वायरस साँपो  के जरिये इंसानो में फैला है यहाँ तक ये व् कहा जा रहा है चमगादड़ो  से फैला ये वायरस अन्य जानवर में भी हो सकता है किसी भी जानवर का मास खाने से बचे।  कोरोना वायरस के लक्षण क्या है ? सबसे पहले कोरोना वायरस के लक्षण है : सरदर्द ,नाक बहना इसके अलावा नाक से हमेशा पानी निकलना ,गले में खराश रहता है ,बुख

सोनपुर मेला भारत का सबसे प्रसिद्ध मेला ( sonpur festival )

सोनपुर  मेला भारत का सबसे प्रसिद्ध मेला  बिहार के सोनपुर में सोनपुर में हर साल कार्तिक पूर्णिमा में लगने वाला विश्वप्रसिद्ध  मेला।  यह एशिया का सबसे बड़ा पशु  मेला है ,एक समय  इस मेले में मध्य एशिया से करोबारी  आया करते थे।  सोनपुर मेले में आज भी नौटंकी और नाच देखने के लिए भीड़ लगती है लेकिन एक ज़माने में यहाँ जंगि  हाथियों के बिक्री का सबसे बड़ा केंद्र था , मौर्य वंस के समय से ये मेला चलता आ रहा है है ,और कहा जाता है की चंद्र गुप्ता मौर्य अपने सेना के लिए यही से हाथियों की खरीदारी करते थे थे उसके अलावा मुग़ल सम्राट अकबर , और वीर कुंवर जैसे राजा महाराजाओ  ने यहाँ से हाथियों की खरीद की थी ,  इस मेले में हर तरह के पसु से लेकर  तरह तरह के  पक्षी  बेचे खरीदे जाते है    जो आपको कही और मिले न मिले सोनपुर में जरूर मिलेगा।  यह मेला पवित्र गंगा और गंडक नदी  के संगम स्थल पर आयोजित किया जाता है और कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर बड़े पैमाने पर श्रद्धालु नदी में डुबकी लगाने आते है जो इस दौरान मेले का हिस्सा  भी बनते है।  यहाँ लोकसंस्कृति से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किये जाते है यही कारन है