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Showing posts from February, 2020

राम भक्त अब्दुल गफ्फार खान( गौरक्षाक)

  अब्दुल गफ्फार खान:-  श्री राम जन्म भूमि आंदोलन के समय जब पूरा देश सांप्रदायिक गुटों में बट गया था तब एक मात्र मुस्लिम कवि  थे ,जो राम मंदिर के समर्थन  आंदोलन की अलक  पुरे देश में जगा रहे थे।  ये एक ऐसे व्यक्ति है जिसने एक मुस्लिम होने के बावजूद भी गौ हत्या पे सवाल उठाया है अब्दुल गफ्फार एक कवि  है  सर अब्दुल गफ्फार जी ने गौ कतल खानो पे रोक लगाने की भी आवाज उठाते है , गौ माता पे कई सरे कविताऐ  लिख चुके है अभी लिखते है आज भी लिखते है, देश के ऊपर लिखते है श्री राम के ऊपर भी लिखते। आज देश का मुस्लिम विरोध करते है उनके बारे में तो हर कोइ चर्चा करेगा , लेकिन कवि अब्दुल गफ्फार के बारे में बोहोत कम  चर्चा सुन ने को मिलेगी ,खान साब एक ऐसा एकेले व्यक्ति है एक मुस्लिम होने बाद भी वो राम मंदिर के समर्थन में खड़े हुए जिसके कारण उन्हें उनके समुदाय लोग बारे भला भी कहते है ,लेकिन उन्हें क्या पता खान साहब एक हिन्दुस्तानी होने के नाते और एक सच्चे इंसान होने के नाते वो सच का साथ दे रहे है , और यही बाते बाकि लोगो को बुरी लगती है। गौ रक्षक है  कवि अब्दुल गफ्फार खान साहब  कवि अब्दुल गफार सा

ONE YEAR OF PULWAMA ATTAK ON VALENTINES DAY

PULWAMA ATTAK ON VALENTINES DAY  क्या आपको याद है , ज्यादा से ज्यादा लोग और देश के युवा यही सोच रहे होंगे की वैलेंटाइन्स डे कैसे मनाये  कुछ लोग अपने अपने स्टेटस पोस्ट इसलिए शेयर करेंगे क्युकी वो लोग वैलेंटाइन्स डे के दिन घूम नहीं पाए या वो अकेले है  प्लान करेंगे की घूमने के लिए कहा जाये ,लेकिन क्या किसी को भी ये याद है की वैलेंटाइन्स डे के दिन हे पुवामा अटैक हुआ था जिसमे हमारे ४२ जवान सहीद हुए थे।  क्या उन जवानो  में से किसि एक भी जवान का नाम आपको याद है एक भी नाम अगर याद है तो कमेंट में लिखे जरूर ,कितनो को याद है इससे  पता चलेगा आप अपने देश के बारे में देश आर्मी के  बारे में जरा सा भी सोचते है या नहीं।   हमे अपने हक़ से जीने की आज़ादी सिर्फ इसलिए मिल रही है क्युकी हमारे देश के फौजी भाई अपने जीवन को दाव  पे  लगा के सरहद पे खड़े है।  हम आज  अपने अपने इच्छाओ को पूरा कर सकते सिर्फ इसलिए क्युकी कोई हमारे लिए खुद की इच्छाए मार कर देश के हर एक एक व्यक्ति की और उनके इच्छाओ की सुरक्षा कर रहे  है।  हम उन्हें भूल कर अपने खुसियो में मस्त है।  वो देश के फौजी है बॉर्डर पर खड़े

प्लास्टिक से बन रहा है तेल( from plastic waste to fuel)

प्लास्टिक  कचड़े से  बन रहा है तेल , जाने कैसे।      आज कल हर जगह प्लास्टिक के कचरे की भरमार है, इसे रीसायकल करना न सिर्फ मुश्किल है , बल्कि खर्चीला भी है। लेकिन उसी कचड़े से ईंधन (FUEL) में बदलने की प्रक्रिया सुरु किया है।   भारत के पुणे से दो लोगो ने  , 2009 में मेधा तरपत्रे  ने अपने बिज़नेस पार्टनर सिरीश भारतरे के साथ MLP यानी MULTI LAYER PLASTIC  से वैज्ञानि दोस्तों  के साथ मिलकर महीनो के रिसर्च और कई नाकाम प्रोसेस के बाद यह ईंधन बनाया , इन लोगो ने एक ऐसी टेक्नोलॉजी अपने जो हर तरह के प्लास्टिक को उच्च गुणवत्ता वाले ईंधन ( FUEL)में बदल देती है और ये ईंधन (FUEL) ECO FRIENDLY हैं और बेहद ज्वलन सील भी है।  इस ईंधन  को बनाने के कुल खर्च 24 रूपए प्रति लीटर होता है इस पॉलीफएल fuel को सीधे इस्तेमाल किया जा सकता है इसे और प्रोसेसिंग की जरुरत नहीं पड़ती। जब आप इसे जलाते है तो इस से डीज़ल के मुकाबले बोहोत काम सल्फर निकलता है इसमें सल्फर की वैद मात्रा 0.17 P V M तो उस हिसाब से ये ज्यादा स्वच्छ ईंधन है।   ूइसलिए  जरुरी है की लोगो को बताया जाये की ऐसा हे पस्टिक इस्तेमाल करे

बारिश की बूंदे

बारिश की बूंदे    बचपन में जब कभी बारिश आती  अपने अपने घरो में बैठ  कर चाय पकोड़े खाना  किसे  पसंद नहीं आता।  और जब बारिश ख़तम हो  हम अपने गार्डन में बने उन मिटटी के गड्ढे के पानी में ही पेपर के नाव  बना के  छोड़ते , जब थोड़े बड़े हुए तब बारिश में एक नाया शौक मिला फुटबॉल खेलना अपने दोस्तों के साथ ,मस्ती करना।  मानसून की एक अलग ही बात होती है स्पशलिटी बन गयी चाय का तो फीलिंग्स ही मनो दो गुना हो जाता है बारिश के दिनों में साहे आप घर पर हो या ऑफिस पर या फिर कही बहार बारिश के टाइम पर कभी न कभी तो आपने जरूर उन रिम -जिम-रिम-जिम बारिश के बूंदो के साथ एक कप चाय तो जरूर पिया  होगी। लेकिन क्या आप और हमने कभी भी यह सोचा है की अगर ये बारिश कभी इस धरती पर आयी ही नहीं तो क्या होगा?आप मे से कई लोगो के माइंड में कभी न कभी इस प्रशन ने जरूर दस्तक दिया होगा। क्या होगा अगर हमारे प्यारे धरती पर कभी बारिश नहीं हुई तो?धरती भी सोलर सिस्टम के दूसरे ही प्लैनेट्स की तरह हो जायेगा जिन में से "शुक्र"प्लेनेट की आज जैसी दशा है ठीक वैसे ही दशा हमारे धरती की भी हो जाएगी। यह अलग बात है की ऐसा होने